Honey Bee Farming in Hindi | मधुमक्खी पालन व्यवसाय
Honey Bee Farming in Hindi | मधुमक्खी पालन व्यवसाय
हम सभी अच्छे स्वास्थ्य के लिए शहद का उपयोग करते हैं। शहद में बहुत से ऐसे खास गुण होते हैं, जिसके कारण शहद का महत्व और बढ़ जाता है। यह रोग प्रतिरोधक छमता को भी बढ़ता है। लोग इसको अपना वजन कम करने के लिए भी उपयोग में लाते है। सौंदर्य उत्पाद बनाने में भी इसका बहुतायत में उपयोग होता है। शहद के इन सभी उपयोग के कारण मधुमक्खी पालन व्यवसाय (Honey bee farming in hindi) एक बेहतर व्यवसाय हो सकता है। अगर आप चाहते है कि Honey bee farming कैसे करे तो पुरे आर्टिकल को ध्यान से पढ़े। इस लेख में how to start honey bee farming को विस्तार से बताया गया है।
मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए उपयुक्त जगह
मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए सबसे पहले एक सुरछित जगह कि जरुरत होती है। इसके लये 2 से 3 हजार स्कवायर फीट जमीन की जरुरत होती है। अगर खेत में हो तो और भी अच्छी बात है।
जरुरी उपकरण (Equipments for Honey Bee Farming)
मधुमक्खी की पेटी
ग्लव्स
शहद निकालने की मशीन
चाकू
मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए उचित प्रजाति
हमें ज्यादे उत्पाद प्राप्त करने के लिए ऐसे मधुमक्खियो का चुनाव करना चाहिए जो ज्यादा शहद बनती हो। कुछ खास प्रजातियां इस प्रकार है :-
एपिस मेलिफेरा (Western honey bee)(यूरोपियन मधुमक्खी)
एपिस डोरसॅटा - Rock bee (Apis dorsata)
एपिस इंडिका - Indian hive bee / Asian bee (Apis cerana indica)
एपिस फ्लोरिया - Little bee (Apis florea)
ऊपर दिए प्रजातियों में से एपिस मेलिफेरा सबसे ज्यादे अंडे देती है । किसी भी छत्ते में 3 तरह की मधुमक्खी होती है । पहली रानी मधुमक्खी जिसकी उम्र 1 साल, दूसरी नर मधुमक्खी जिसकी उम्र 6 महीने और तीसरी श्रमिक मधुमक्खी जिसकी उम्र 2 महीने होती है।
मधुमक्खी पालन का समय व स्थान
नवंबर और जनवरी के बीच का समय सबसे अच्छा समय होता है मधुमक्खी पालन के लिए । जब भी मधुमक्खी पालन व्यवसाय (Honey Bee farming Business) को शुरू करना हो तो इस बात बहुत खास दयँ रखना होता है कि जहा पे भी मधुमक्खी की पेटी को रखे , वह पे फूलो की उपलब्धता अच्छी हो। क्योकि जितने ज्यादे फूल होंगे उतने ही ज्यादा शहद बनेगा।
मधुमक्खी पालन में कितना पैसा लगता है? (Honey Bee Farming Cost)
इस व्यवसाय को आप लगभग 1 लाख रुपये के साथ शुरू कर सकते हैं, इसमें लगभग 15 से 20 पेटी आ जाएगी। इसके अलावा मधुमक्खियों की संख्या हर साल कम से कम दोगुनी बढ़ती है। जिनते ज्यादे मधुमक्खिया बढ़ेंगी उतना ही फायदा भी बढ़ता जायेगा ।
मधुमक्खी पालन में सब्सिडी (Honey Bee Farming Subsidy)
अगर आप मधुमक्खी पालन व्यवसाय करना चाहते है तो इसके लिए सरकार सब्सिडी भी देती है। मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए कुल लागत का 80 से 85% सब्सिडी मिल जाती है।
मधुमक्खी पालन ट्रेनिंग सेंटर
किसी भी व्यवसाय को करने के लिए ट्रेनिंग बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। भारत सरकार मधुमक्खी पालन व्यवसाय (Honey Bee Farming in India) को शुरू करने के लिए बहुत बढ़ावा दे रही है। यदि आप इस व्यवसाय को शुरू करना छह रहे है तो , आप आधिकारिक वेबसाइट http://www.kvic.gov.in/ पे जाकर प्रशिक्षण केंद्र का पता लगा सकते है। इसके लिए तीन बार से पांच हजार प्रशिक्षण शुल्क लिया जाएगा।
लाइसेंस
FSSAI पंजीकरण
उद्योग आधार पंजीकरण
GST पंजीकरण
Trade लाइसेंस
चालू खाता
मधुमक्खी के छत्ते से शहद कैसे निकले
मधुमक्खी के छत्ते से शहद निकलने के लिए सर्वप्रथम मधुमक्खी को हटाना होता है। इसके बाद छत्ते को शहद निकलने वाली मशीन में डाला जाता है। मशीन बहुत ही आसानी से शहद को अलग कर देती है। जब शहद निकल जाता है तो उसको 24 घंटे के लिए एक निश्चित तापमान पे रखा जाता है। इसके बाद शहद की डिब्बे में बंद कर दिया जाता है और मार्किट में बेचा जाता है। शहद निकलने के बाद बचे हुए हिस्से में से मोम (Bee wax), रॉयल जेली (Royal jelly), मधुमक्खी गोंद, मधुमक्खी पराग निकला जाता है। ये सभी बाजार में बहुत महंगे में बिकते है।
मधुमक्खी पालन से लाभ (Honey Bee farming Profit in India)
बाजार में इस समय शहद की मौजूदा कीमत 400 से 700 प्रति किलोग्राम तक है। 1 पेटी से 3 से 5 किलो तक शहद निकल जाता है। इस प्रकार 20 पेटी से लगभग 60 से 100 किलो तक शहद निकल जायेगा। इस तरह आप पहली बार में 60 हजार से 1 लाख तक का मुनाफा कमा सकते है। मिलावट के ज़माने में अगर आप शुद्ध शहद बेचते है तो ऐसे बहुत से लोग है जो आपका शहद हाथो हाथ ले लेंगे। इसके लिए आप चाहे तो अपने आस पास के छेत्र में या किराना के दुकानों से संपर्क कर सकते है। सोशल मीडिया से भी आपने उत्पाद का प्रचार कर सकते है।कई सारी कम्पनिया शहद से अलग अलग उत्पाद बनती है तो आप उनसे भी संपर्क कर सकते है।
ये भी पढ़े :
Comments
Post a Comment