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Showing posts from January, 2023

फूड ट्रक बिजनेस कैसे शुरू करें? | How To Start a Food Truck Business in Hindi

Food Truck Business Plan in Hindi | खाद्य ट्रक बिजनेस | फूड ट्रक बिजनेस प्लान | Food Truck Business Kaise Shuru Kare आजकल बाजार में रोड के किनारे पे बहुत सारे स्ट्रीट फ़ूड देखने को मिल जाता है। आपने कभी आपने दोस्तों के साथ में इन स्ट्रीट फ़ूड को जरूर चखा होगा। अगर आप भी चाहते है कि इस बिजिनेस में हाथ आजमाना , तो आप सही जगह पे आये है। आज हम आपको बताएँगे कि फ़ूड ट्रक व्यवसाय (How to start food truck business in India in Hindi) को कैसे शुरू करे। फ़ूड ट्रक व्यवसाय अभी ज्यादेतर शहरों में दिखाई देता है। लेकिन जिस तरह से इसकी डिमांड बढ़ रही है, ये बहुत जल्द गांव में भी इसका चलन बढ़ जायेगा। इस व्यवसाय कि खास बात ये है कि इसको किसी भी जगह में ला जाया जा सकता है। आप ग्राहक के अनुसार आप जहा चाहे इसको ले जा सकते है। इसलिए इस लेख (food truck business plan) को आखिरी तक जरूर पढ़ें। खाद्य ट्रक का व्यवसाय क्या है?। What is Food Truck Business in Hindi जब खाने को किसी वाहन के अंदर बनाते और कस्टमर को खिलते है तो उसे फ़ूड ट्रक व्यवसाय कहते है। इस तरह के व्यवसाय में ज्यादेतर फ़ास्ट फ़ूड बेचा जाता है।...

Microgreens Farming: घर पर उगाये और लाखों कमाए

जब से यह महामारी (कोरोना) दुनिया में आई है तब से लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सतर्क हो गए हैं। आपके खाने-पीने की आदतों में काफी परिवर्तन आया है। आजकल लोग अपनी खाने-पीने में माइक्रोग्रीन्स को शामिल करने लगे हैं जो कि सेहत के लिए बहुत ही अच्छा माने जाते हैं । वैसे तो माइक्रोग्रीन उगाना बहुत ही सहज है, लेकिन हर किसी की बात नहीं है और इस वजह से आप इस बिजनेस को करके हर महीने अच्छा फायदा कमा सकते हैं। माइक्रोग्रीन्स क्या हैं माइक्रोग्रीन्स किसी भी पौधे की ऊपर की दो शाखाएं होती हैं। वे छोटे हो सकते हैं, लेकिन जब पोषण की बात आती है तो वे एक छोटे पैकेज में एक बड़ा पंच पैक करते हैं। हालाँकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि प्रत्येक पौधे के शीर्ष पर स्थित इन दो छोटे अंकुरों को माइक्रोग्रीन्स के रूप में नहीं खाया जा सकता है। आप मूली, सरसों का साग, मूंग, पालक, सलाद, मेथी, ब्रोकली, गोभी, गाजर, मटर, चुकंदर, गेहूं, मक्का, तुलसी, छोले जैसे सूक्ष्म साग खा सकते हैं। माइक्रोग्रीन्स कैसे उगाएं? माइक्रोग्रीन उगाने के लिए कोई भी 4-6 इंच गहरी ट्रे का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा आपको बाजार में ए...

E Shram Card Registration: Self Registration, Check Balance Status

E Shram Card Registration:मोबाइल से बनाये ई-श्रम कार्ड और पैसा चेक करें How To check E-SHRAM Card balance अगर आप भी जानना चाहते हो कि मोबाइल से ई-श्रम कार्ड कैसे बनाये ( How To Make E-SHRAM Card ) और पैसा कैसे चेक करे ( How To check E-SHRAM Card balance )तो आज इस लेख में आपको सब कुछ पता चल जायेगा। पुरे ध्यान से इस लेख को अंत तक पढ़े। ई-श्रमिक कार्ड क्या है?(What is E-Shram Card ?) भारत सरकार ने गरीब वर्ग के श्रमिकों, मजदूरों के कल्याण के लिए एक योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत सरकार असंगठित क्षेत्र के प्रवासी श्रमिकों को ई-श्रम कार्ड या ई-श्रमिक कार्ड प्रदान करती है, जहां कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह 12 अंकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) होता है। यह एक स्थायी नंबर होता है। यानी एक बार मिल जाने के बाद यह नंबर कभी नहीं बदलेगा। ई-श्रम कार्ड आधार कार्ड की तरह जीवन भर के लिए वैध होता है। इसका मतलब है कि आपको इसे रिन्यू करने की जरूरत नहीं है। ई श्रमिक कार्ड कौन बनवा सकता है?(who can apply for e shram card ?) इस कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आपकी उम्र 16 वर्ष से 59 वर्ष के बीच ह...

Fly Ash Bricks Business Plan : मोटी कमाई वाला बिजनस, सरकार से लोन भी मिलेगा

Fly Ash Bricks Business Plan । मोटी कमाई वाला बिजनस, सरकार से लोन भी मिलेगा आजकल के निर्माण के दौर में अगर कोई व्यवसाय करना चाहता है तो हम लाये है एक बहुत ही शानदार आइडिया। अगर आपके पास कोई खली जगह है तो यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद व्यवसाय होगा। इसको आप थोड़े से जगह पे शुरू कर सकते है। यह व्यवसाय है फ्लाई ऐश से ईंट बनाने का, जो की कम निवेश में बेहतर फायदा देता है। तो चलिए इसके बारे (How to start Fly Ash Bricks Business) में विस्तार से जानते है। फ्लाई ऐश क्या है और इसके उपयोग क्या हैं? फ्लाई ऐश को हिंदी में उड़न राख कहते है। यह कई चीजों (जैसे कोयला ) के जलने से बनता है। फ्लाई ऐश में मुख्यतः कैल्शियम ,एल्यूमीनियम ,सिलिकॉन और आयरन के ऑक्साइड होते हैं। फ्लाई ऐश का उपयोग सड़क , ईंट और फ्लाई ओवर बनाने में होता है। फ्लाई ऐश ब्रिक्स कैसे बनता है?(How to make fly ash bricks?) फ्लाई ऐश ब्रिक्स सीमेंट ,स्टोन डस्ट और संयंत्रों से निकलने वाली राख को मिलाकर बनाई जाती हैं। लोग इनको सीमेंट की ईंट भी कहते है। आजकल बड़ी-बड़ी इमारतों में फ्लाई ऐश ब्रिक्स का इस्तेमाल बहुतायत से होता है। इसके ...